બીજી મા સિનેમા : ઋષિ દવે
Published By : Aarti Machhi
R K Cinema Blue chip में Dolby ATMOS Sound System में उलझ फिल्म देखी। सुहाना भाटिया(जाह्नवी कपूर) इंडियन सीक्रेट सर्विस में ऑफिसर है। उनको पाकिस्तानी टेररीस्ट नकुल/ हुमायून/डेविड (गुलशन देवाई) ब्लैकमेईल करके ऑइल के ठिकाने के नक्शे की detail मंगवाता है।Independent Day को पाकिस्तानी सचिव को भारत में मारने के प्लान को विफल बनाने के लिए सुहाना भाटिया जान की बाजी लगा देती है।
फिल्म के डिरेक्टर सुधांशु सारीया ने परवेज शेख के साथ मीलकर स्टोरी लिखी है। अतीका चौहानने डायलॉग लिखे हैं। फिल्म की शरुआत में काठमंडु में सुहाना ट्रैकिंग करती है और पापा के साथ वीडियो कॉलिंग करती है। विदेशमंत्री मनोहर (राजेंद्र गुप्ता) टीवी पर खबर देते हैं डिप्लोमेटीक सॉल्युशन मील गया है। पूरे प्रोटोकॉल के साथ पाकिस्तानी सचिव इंडिया आयेंगे उनको सहीसलामत रखने की जिम्मेदारी सुहाना को दी जाती है। सुहाना पहेले ना बोलती है तब Prime Minister ने यह काम तुम्हें सोपने का निर्णय किया है। You are Capable for this task.
शहेजाद आलम को इंडिया भेजने का प्लान बनता है। विलन की एक्टिंग जबरजस्त है। सुहाना अपने ड्राइवर जो पुलिस में था उनको फिंगरप्रिंट लाने का काम सौंपती। क्या ड्राइवर यह काम करता है? उसका एक डायलॉग है…
सही और गलत काम में से काम गलत कौन सा है, यह आपको पता है। यासीन मीर्ज़ा को भारत सौंपने से पहले पाकिस्तान की कस्टडी में जबरजस्ती से खाना खीला के जिंदा रखते हैं।
तुम गलत काम करते हो, मैं ऐसा सोचती हूं?
विलन : सोचने के पैसे नहि, मारने के पैसे मिलते हैं
सुहाना का ड्राइवर : मदद मांगेगी तो मदद मिलेगी।
फिल्म की खूबी यह है की फिल्म शुरू होने के बाद 30 मिनिट जितनी Action Pack फिल्म चलती है बाद में स्क्रीन पर ‘उलझ’ का टाइटल आता है। सेबीन कुट्टी (रोशन मैथ्यु) अभिनय सुपर्ब है वह सुहाना पर डाउट रखता है उसको मारने के लिये पिस्तोल ताकता है। उस वक्त सुहाना उसको समझाने में सफल होती है और फिल्म की स्टोरी में यू टर्न आता है।
‘Dirty shoes always smell’
यह कुट्टी का डायलॉग है
गद्दारी की कींमत जान दे या जान ले। Don’t miss उलझ देखते देखते कई बार उलझन में पड़ जाएंगे।