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‘इमरजन्सी’ : शरुआत में Indira is India अंत में Indira can GO. India must GROW.

બીજી મા સિનેમા : ઋષિ દવે

Published By : Aarti Machhi

Iron Lady of India के नाम से पूरा विश्व जिसको आदर और सन्मान के साथ जानता है उन्होंने सत्ता के नशे में एक गलती कर डाली और उनके काल के विपक्ष और राजनीतिज्ञों को कारावास में बंद करके ‘इमरजन्सी’ घोषित कर दी जो संविधान के विपरीत थी। हां मैं बात करने वाला हूं श्रीमती इंदिरा गांधी की जिन पर बनी हुई फिल्म सिनेमाघरों में 17th जनवरी से दर्शायी जा रही है| फिल्म का नाम ‘इमरजन्सी’ ही रखा गया है | 

कई विवादो के सामने कभी न घुटने टेकने वाली हिंदी फिल्म की अभिनेत्री कंगना रनौतने ‘इमरजन्सी’ की कथा लिखी है| अलबत रितेश शाह और तन्वी केसरी पशुमर्थीने दिल को छू लेने वाले संवाद लिखकर दर्शको की वाह वाह बटोरने का काम किया।

मैडम प्रेसिडेंट, श्रीमती इंदिरा गांधी, मीसीस फिरोज गांधी। इन्दु ऐसे प्रभावशाली और लुभावने नाम से संबोधित व्यक्तित्व बेमिसाल था |  पिता पंडित जवाहरलाल नहेरु (संजय गलबक्षानी) ने Politics में सबसे Important सत्ता है | सत्ता जिसके पास है, वो ही खुरशी पर बैठ शकता है| यह पाठ इन्दुने अपने रग रग में बसा लिया और विपरीत समय में अपने पुत्र संजय गांधी (विशाल नैयर) की येनकेन प्रकारेन सत्ता हांसल करने की उल्टी सीधी बातों में अपने किचन केबिनेट के साथीऔ की विरुद्ध अपमानित परिस्थीति में भी संजय की पीठ थपथपाई और विपत्तियों का पहाड़ खड़ा करती गई| मध्यांतर में ‘इमरजन्सी’ घोषित होती है |

उसके बाद विपक्षो की जेलयात्रा | जिसमें जयप्रकाश नारायण (अनुपम खेर) अटल बिहारी बाजपायी (श्रेयस तलपडे) ज्योर्ज फण्डाडिस (आकाश सिन्हा) शांति भूषण (आलोक गेड़ेकर) सबसे दमदार अभिनय जगजीवनराम (सतीष कौशिक) जिसको Prime Minister बनने की कीतनी भूख थी की वो इंदिरा गांधी के साथ था, साथ छोड़ा, फिर जब मोरारजी देसाई (अशोक छाबरा) PM बने तो उनके शपथग्रहण समारंभ में इंदिरा जी की बगलवाली खुरशी में आकर जो संवाद बोलते हैं, और इंदिरा गांधी उत्तर देती है, तब राजनीतिज्ञों की मुस्दीगीनी के पाठ समझ में आते हैं | 

इंदिरा गांधी के साथ साये की तरह चलनेवाला आर के.धवन (दर्शन पंड्या) का अभिनय फिल्म की पकड़ मजबूत करता रहता है | इंदिरा गांधी के अपने अंगरक्षक पहेले पिस्तौल से और बाद में मशीनगन से पूरा शरीर छल्ली कर देते हैं वह दृश्यांक लाजवाब है | संजय गांधीने नशबंदी की मुहिम एसी आक्रमक रीत से चलादी की गांव के लोग पुलिस और डॉक्टर को देखते जान बचाकर भागते थे यह निर्णयने इंदिरा को रायबरेली से और संजय को अमेठी से हरा दिया था| इंदिरा गांधी तब बोलती है ‘मैं हारी हूँ, तूटी नहीं’ | 

‘Indira is India’ का नारा बड़ी जोर से पूरे भारत में गूंजा था | विदेशी ताकत में अमेरिका के प्रेसिडेंट निक्सन (एलेकझान्डर स्कॉट यंग) रशिया के हेनरी किसिंजर (रिचार्ड कलेइन) साथ रूबरू और टेलीफोन वार्तालाप ध्यान से कान लगाकर सुनेंगे तो एक-एक शब्द में इंदिरा गांधी की दुर्गा बनके सिंहगर्जना का दर्शन होगा | संजय गांधी सिंघ पंजाब में भीडरानवाल (दीपक आनंद) को खुला दौर दे देता है | और वह चारो और आतंक मचा देता है | इंदिरा पहले उसे नजरअंदाज करती है और फिर जनरल मानेक शा (मिलिन्द सोमान) अमृतसर पर लश्कर भेजकर भीडरानवाल को खत्म करने के लिए हरी झंडी देती है | मानेक शा साडे बार की मोहलत मांगता है और उसके पहले ऑपरेशन ब्लू स्टार सफलतापूर्वक पूर्ण होता है | 

शेख मुजिबर रहमान को बांग्लादेशी का वजीर हाजम बनाने का निर्णय और पाकिस्तान के अवाम को युद्ध के लिए पडकारने का निर्णय, पोखरण में अणु धड़ाका करने से ‘इमरजन्सी’ से ध्यान दूसरी तरफ ले जाना एसे दृश्य दिग्दर्शक कंगना रनौतने पूरी सावधानी के साथ और बिना Compromise बताये हैं | 

इन्दु से इंदिरा गांधी बनना ‘Indira is India’ तक कैसे पहुचना, गीरना, संभलना और जे.कृष्णमूर्ति को मिलकर आध्यात्मिक के पाठ शीखकर रुद्राक्ष की माला पहनना परिवर्तन की अच्छी मिसाल बताई गयी है | जेल से छूटने के बाद सीधे जयप्रकाश से मिलकर अपने लिए नहीं भारत माता के लिए अपने प्राण की आहुति देने का संकल्प करना यह परिवर्तन बहुत कुछ आज की पेढ़ी के सामने आयना बनकर दिखाता है| इंदिरा गांधी की गलतियों को बताने वाली पुपुल जायकर(महिमा चौधरी) और एक ही दृश्य में राजीव और सोनिया (केटरीना गाबोविफिरत) का दर्शन भी बताकर कोई घटना का अतिरेक या दुरुपयोग नहीं बताया गया है | भारत के बिछड़े हुए अंतरियाड विस्तारमें भूखे पीड़ितों को घोर जंगल में जाकर मिलना और फारेस्ट ऑफिसर के मना करने पर अपनी कार से उतर कर हाथी की सूंढ़ पर पैर रखकर चढ़कर बेथ जाना और पीड़ितों को मिलकर उनके आशीर्वाद पाकर जय जयकार करना फिल्म के श्रेष्ठ दृश्यांको में एक है | फिल्म के गाने के बारे मे मैं कोई टिप्पणी नहि करता आप अपने आप सुन लेना ‘सिंहासन खाली कर दो’ | कंगना रनौत ALL THE BEST For Best Actress Award For Emergency.

जय हिंद| भारत माता की जय |

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